केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, जेडीयू सांसद शरद यादव और कांग्रेस सांसद कर्ण सिंह को सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान मिला। संसद भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तीनों सांसदों को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री, उप राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष समेत सभी सांसद मौजूद रहे। बेस्ट सांसद को यह पुरस्कार भारतीय संसदीय परंपरा में लंबे समय तक अहम योगदान के लिए दिया जाता है, जिसकी शुरुआत 1992 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल ने की थी। इस बार सम्मानित किए गये तीनों सांसदों का चयन पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने वर्ष 2013 में ही किया था। डॉ कर्ण सिंह को 2010, अरुण जेटली को 2011 और शरद यादव को 2012 के लिए सर्वश्रेष्ठ सांसद चुना गया। इस मौके पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने सांसदों को भी संबोधित किया। राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के सदस्यों से सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा बनाए रखने की अपील की, तो वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को सांसदों से बहुत अपेक्षाएं हैं। उधर बेस्ट सांसद के सम्मान से सम्मानित सांसदों ने भी अपनी-अपनी बातें लोगों के सामने रखी। अरुण जेटली ने कहा कि संसद देश को आगे बढ़ाने का स्थान है तो कर्ण सिंह ने कहा कि संसद व्यवधान डालने की जगह नहीं है। वहीं शरद यादव ने सांसदों से देश के विकास में ज्यादा से ज्यादा योगदान करने की अपील की।