नोटबंदी के बाद देश में टैक्सपेयर्स की तादाद 91 लाख बढ़ गई है। सेंट्रल बोर्ड फॉर डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कहा कि डिमोनेटाइजेशन के बाद देश में 19,398 करोड़ की अघोषित आय का पता लगाया गया और इसके अलावा 30 करोड़ नए पैन जारी किए गए हैं। चंद्रा ने ये जानकारी ऑपरेशन क्लीन मनी की वेबसाइट लॉन्च के मौके पर दी। अरुण जेटली ने मंगलवार को वेबसाइट लॉन्च की। रेड का डाटा वेबसाइट पर अपलोड होगा... - सुशील चंद्रा ने कहा, "हम लोगों की टैक्स न देने की आदत को टैक्स देने की आदत में बदलना चाहते हैं।" - बता दें कि ऑपरेशन क्लीन मनी की वेबसाइट पर इनकमटैक्स डिपार्टमेंट की ओर से मारे गए छापों का रिकॉर्ड अपलोड किया जाएगा। - सोर्सेस के मुताबिक, "जिन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, उन्हें कई कैटगिरी में बांटा गया है। इनमें हाई रिस्क, मीडियम रिस्क, लो रिस्क और वेरी लो रिस्क जैसी कैटेगिरी शामिल हैं। हाई रिस्क वाले लोगों या ग्रुप्स के खिलाफ छापा, जब्ती और सीधी पूछताछ की जाएगी। मीडियम रिस्क वालों को एमएमएस या ई-मेल के जरिए जरूरी जानकारी देने को कहा जाएगा। वेरी लो रिस्क वाले डिफॉल्टर्स पर निगरानी रखी जाएगी। शेल कंपनियां छोटा मसला नहीं हैं- जेटली - अरुण जेटली ने कहा, "ऊंची जगहों पर बैठे लोग शेल कंपनियों के जरिए संपत्ति बना रहे हैं, शेल कंपनियों का मसला छोटा नहीं है। ऐसे कई लोगों के लिए हिसाब देने का वक्त आ गया है।" - "जब तक डिपार्टमेंट के पास मजबूत और पुख्ता आधार नहीं होता है, तब तक टैक्स चोरी या ऐसे मामलों में एक्शन नहीं लिया जाता है।" - "नोटबंदी के बाद से डिजिटाइजेशन का मूवमेंट बढ़ा है। टैक्स का असेसमेंट और उसकी वसूली भी बढ़ी है। लोग कैश में लेन-देन करने से बच रहे हैं।"