अमेरिका भले दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी हो, वहां के प्रेसिडेंट दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स हों, लेकिन उनके व्हाइट हाउस की कीमत दूसरे देशों के राष्ट्रपति भवनों के मुकाबले बहुत कम है। दुनिया की 20 सबसे बड़ी इकोनॉमी, जी-20 में चीन के राष्ट्रपति का सरकारी निवास सबसे महंगा है। इसकी कीमत 2.63 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है। वहीं, इस लिस्ट में भारत के राष्ट्रपति भवन को 7वें नंबर पर जगह मिली है। व्हाइट हाउस की कीमत जहां 258 करोड़ रुपए है, वहीं हमारे राष्ट्रपति भवन की कीमत उससे 14 गुना ज्यादा यानी 3500 करोड़ रुपए है। 10वें नंबर पर पहुंचा व्हाइट हाउस... - इस लिस्ट में 3500 करोड़ के भारत के राष्ट्रपति भवन को 7वें नंबर पर रखा गया है, जिसका एरिया 2 लाख वर्ग मीटर है। - चीन के राष्ट्रपति भवन का एरिया सबसे ज्यादा है। यह 34 लाख स्क्वेयर मीटर से ज्यादा है। - G-20 ग्रुप के टॉप 10 देशों में अमेरिका का व्हाइट हाउस एरिया और कीमत, दोनों लिहाज से 10वें नंबर पर है। - इसके अलावा दक्षिण कोरिया दूसरे, रूस तीसरे, इटली का पीएम हाउस चौथे और जापान का पीएम हाउस पांचवें नंबर पर रहा। जीडीपी की तुलना में सबसे महंगा रूसी राष्ट्रपति का निवास - एक और इंटरेस्टिंग फैक्ट ये है कि चीन को छोड़कर बाकी 8 देशों की जीडीपी से अकेले अमेरिका की जीडीपी ज्यादा है। - जीडीपी की तुलना में देखें तो सबसे महंगा रूसी राष्ट्रपति का निवास ‘द क्रेमलिन’ है। इसकी कीमत रूस की जीडीपी का करीब 1% है। - व्हाइट हाउस की कीमत अमेरिका की जीडीपी का सिर्फ 0.0002% है। - प्रॉपर्टी वेबसाइट ‘हैच्ड’ ने एरिया और उस शहर में रियल एस्टेट की एवरेज प्राइस के बेस पर यह कैलकुलेशन किया है।