टीम इंडिया आज से मेनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच खेलेगी। सीरीज के चौथा टेस्ट मैच में टीम इंडिया की चुनौती सीरीज़ में वापसी की है। लेकिन धोनी के सामने सवाल कई हैं। जीत का सही क़ॉम्बिनेशन, चोट का चक्रव्यूह, कई ऐसी चुनौतियां हैं, जिनसे पार पाना है कैप्टन कूल धोनी को। भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा मैदान पर पसीना बहाया जा रहा है, क्योंकि तलाश जीत की है। रणनीति बनाई जा रही है, क्योंकि बात कमबैक की है। इसी मिशन के साथ टीम इंडिया जुटी है मेनचेस्टर में बाजी मारने के लिए। लेकिन सीरीज के चौथे टेस्ट में जीत के लिए टीम इंडिया को अपना सब कुछ झोंकना होगा। सुधारो मेनचेस्टर में रिकॉर्ड मेनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफड में टीम इंडिया का रिकॉर्ड रहा है बेहद खराब। आजतक टीम इंडिया इस मैदान पर अपना सिक्का नहीं जमा सकी है, इस मैदान पर। इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए हैं कुल आठ टेस्ट जिसमें से इंग्लैंड ने जीते हैं तीन और पांच टेस्ट रहे हैं ड्रॉ। इसके अलावा पच्चीस सालों में टीम इंडिया ने यहां कोई टेस्ट नहीं खेला। लेकिन अब टीम इंडिया पंच जमाकर इस ग्राउंड पर जीत के सूखे को कर सकती है खत्म। क्या होगा जीत का कॉम्बिनेशन, 4 या फिर 5 गेंदबाज? पिछले टेस्ट मैच में विरोधी टीम के सभी विकेट लेने को तरसी गेदबाज़ी में ताकत भरने के लिए टीम इंडिया इस बार उतर सकती है 5 गेंदबाज़ों के साथ। लॉर्ड्स में टीम इंडिया ने 5 गेंदबाज़ों के फॉर्मूले पर ही जीत दर्ज की। ऐसे में आर अश्विन की टीम इंडिया मे एंट्री तय है। अलावा इसके धोनी टीम में जो बदलाव करेंगे, वो होगा लगातार फेल हो रहे शिखर धवन की जगह गौतम गंभीर को टीम में शामिल करना। भुवी खेलेंगे चौथा टेस्ट! कुछ दिन पहले तक भुवनेश्वर कुमार भी चोट की चपेट में फंसे हुए थे। लेकिन अब खबर है कि भुवी के टखने की सूजन कम हो गई है और वो मेनचेस्ट में मैदान मारने के लिए पूरी तरह फइट। मंगलवार को उन्होंने नेट्स में पूरी रद्दमे में लगभग पचास मिनट गेंदबाजी भी की, जिससे टीम मैनेजमेंट ने थोड़ी राहत की सांस जरूर ली होगी। जीत के बाद मिलती है हार पिछले 14 साल में जब भी टीम इंडिया को मिलती है विदेशी सरजमीं पर किसी सीरीज के पहले या दूसरे टेस्ट में जीत, तो टीम इंडिया हमेशा हारती है सीरीज। कुक, बेल से बचके टीम इंडिया के लिए इंग्लिश टीम के ये सीनियर बल्लेबाज हैं सबसे बड़ा खतरा। कप्तान कुक और बेल से रहना होगा गेंदबाजों को सावधान कि वो ना खेल सकें बड़ी पारी। जारी रहेगा गरमयुद्ध? आईसीसी ने भले ही जडेजा एंडरसन विवाद थामने की भरसक कोशिश की हो, लेकिन टीम इंडिया इस विवाद को यूं ही खत्म नहीं करना चाहती। ऐसे टीम इंडिया के फैन्स को खुशी, तब मिलेगी जब धोनी एण्ड कंपनी इस आग को करें जीत में तब्दील।